रांची: झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा पंचायत राज संस्थाओं के लिए कार्य, कर्मी एवं निधि का हस्तांतरण करने संबंधी संकल्प निर्गत किये गये हैं। इसके आलोक में पंचायत प्रतिनिधियों, एनजीओ प्रतिनिधियों तथा पंचायत सेवकों के क्षमता निर्माण हेतु प्रशिक्षण आवश्यकता को देखते हुए मार्च 2013 में तीन विशेष प्रशिक्षण आयोजित किये गये। तीन-तीन दिनों के इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में लगभग 125 प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लेकर सरकार द्वारा सौंपे गये दायित्वों को पूरा करने संबंध में जानकारी हासिल की।
इस प्रशिक्षण का संचालन राज्य ग्रामीण विकास संस्थान की ओर से झारखंड पंचायत महिला रिसोर्स सेंटर ने किया। इस सेंटर का गठन यूनिसेफ, सर्ड, मंथन युवा संस्थान तथा झारखंड राज्य महिला आयोग ने किया है। यह सेंटर सर्ड के दक्षिणी परिसर, हेहल में स्थापित है।
पहला प्रशिक्षण दिनांक 07 मार्च से 09 मार्च 2013 तक कांके प्रखंड मुख्यालय में संपन्न हुआ। दूसरा एवं तीसरा प्रशिक्षण सर्ड दक्षिणी परिसर में 14 से 16 मार्च तथा 18 से 20 मार्च को संपन्न हुआ। इन प्रशिक्षणों में झारखंड पंचायत महिला रिसोर्स सेंटर के राज्य समन्वयक डा विष्णु राजगढि़या ने फेसीलिटेटर की भूमिका निभायी।
कांके में आयोजित प्रशिक्षण में प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री एनके सिंह, सीडीपीओ श्रीमती कृष्णा टोप्पो, सीटीआइ के फेकेल्टी श्री अजीत कुमार सिंह, श्री अशोक कुमार, पंचायत राज कंसल्टेंट श्री ओमप्रकाश, एनआरएचएम की राज्य समन्वयक श्रीमती अकय मिंज, सामाजिक कार्यकर्ता श्री आरके चैधरी ने अलग अलग सत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया।
सर्ड परिसर में आयोजित आवासीय प्रशिक्षणों के दौरान सर्ड के फेकेल्टी श्री दीपंकर श्रीज्ञान, श्रीमती शुभा कुमार एवं डा. वंदना प्रसाद, भारत निर्माण सेवक कार्यक्रम के राज्य समन्वयक डा. एम पी सिंह, यूनिसेफ की न्युट्रीशन आफिसर श्रीमती अनुपम श्रीवास्तव, यूनिसेफ की न्यूट्रीशन विशेषज्ञ श्रीमती दीपिका शर्मा, सुप्रीम कोर्ट कमिश्नर के राज्य सलाहकार श्री बलराम, मनरेगा के लोकपाल श्री गुरजीत सिंह, एनआरएचएम की राज्य समन्वयक श्रीमती अकय मिंज, हाईकोर्ट के अधिवक्ता श्री अनूप अग्रवाल, सर्ड के कन्सल्टेंट श्री राजन कुमार सिंह, सीटीआइ के फेकेल्टी श्री अजीत कुमार सिंह, श्री अशोक कुमार, मंथन युवा संस्थान के समन्वयक श्री सुधीर पाल, पूर्व सीडीपीओ श्रीमती गीता देवी, यूनिसेफ की समाज कल्याण कंसल्टेंट श्रीमती दिव्या तिग्गा ने अलग अलग सत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया।
18 से 20 मार्च के प्रशिक्षण में सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड में आधुनिक पावर प्लांट ग्रूप के आसपास के गांवों में पंचायत सशक्तिकरण के प्रयास में जुटी सीएसआर टीम के नेतृत्व में आये पंचायत प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान कंपनी के वरीय सीएसआर अधिकारी श्री एसके सिन्हा ने भी ग्रामीण विकास संबंधी गतिविधियों की जानकारी देते हुए पंचायतों की विशिष्ट भूमिका पर प्रशिक्षण दिया। 18 से 20 मार्च के प्रशिक्षण में धनबाद एवं सरायकेला खरसावां जिले के पंचायत प्रतिनिधियों एवं एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ ही कई प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी भी शामिल हुए। 14 से 16 मार्च के प्रशिक्षण में रांची जिले के प्रशिक्षणार्थी शामिल थे।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिनिधियों ने राज्य के ग्रामीण विकास में अपनी भूमिका कारगर करने के लिए ऐसे प्रशिक्षण को बेीद जरूरी बताया।
इस प्रशिक्षण का संचालन राज्य ग्रामीण विकास संस्थान की ओर से झारखंड पंचायत महिला रिसोर्स सेंटर ने किया। इस सेंटर का गठन यूनिसेफ, सर्ड, मंथन युवा संस्थान तथा झारखंड राज्य महिला आयोग ने किया है। यह सेंटर सर्ड के दक्षिणी परिसर, हेहल में स्थापित है।
पहला प्रशिक्षण दिनांक 07 मार्च से 09 मार्च 2013 तक कांके प्रखंड मुख्यालय में संपन्न हुआ। दूसरा एवं तीसरा प्रशिक्षण सर्ड दक्षिणी परिसर में 14 से 16 मार्च तथा 18 से 20 मार्च को संपन्न हुआ। इन प्रशिक्षणों में झारखंड पंचायत महिला रिसोर्स सेंटर के राज्य समन्वयक डा विष्णु राजगढि़या ने फेसीलिटेटर की भूमिका निभायी।
कांके में आयोजित प्रशिक्षण में प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री एनके सिंह, सीडीपीओ श्रीमती कृष्णा टोप्पो, सीटीआइ के फेकेल्टी श्री अजीत कुमार सिंह, श्री अशोक कुमार, पंचायत राज कंसल्टेंट श्री ओमप्रकाश, एनआरएचएम की राज्य समन्वयक श्रीमती अकय मिंज, सामाजिक कार्यकर्ता श्री आरके चैधरी ने अलग अलग सत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया।
सर्ड परिसर में आयोजित आवासीय प्रशिक्षणों के दौरान सर्ड के फेकेल्टी श्री दीपंकर श्रीज्ञान, श्रीमती शुभा कुमार एवं डा. वंदना प्रसाद, भारत निर्माण सेवक कार्यक्रम के राज्य समन्वयक डा. एम पी सिंह, यूनिसेफ की न्युट्रीशन आफिसर श्रीमती अनुपम श्रीवास्तव, यूनिसेफ की न्यूट्रीशन विशेषज्ञ श्रीमती दीपिका शर्मा, सुप्रीम कोर्ट कमिश्नर के राज्य सलाहकार श्री बलराम, मनरेगा के लोकपाल श्री गुरजीत सिंह, एनआरएचएम की राज्य समन्वयक श्रीमती अकय मिंज, हाईकोर्ट के अधिवक्ता श्री अनूप अग्रवाल, सर्ड के कन्सल्टेंट श्री राजन कुमार सिंह, सीटीआइ के फेकेल्टी श्री अजीत कुमार सिंह, श्री अशोक कुमार, मंथन युवा संस्थान के समन्वयक श्री सुधीर पाल, पूर्व सीडीपीओ श्रीमती गीता देवी, यूनिसेफ की समाज कल्याण कंसल्टेंट श्रीमती दिव्या तिग्गा ने अलग अलग सत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया।
18 से 20 मार्च के प्रशिक्षण में सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड में आधुनिक पावर प्लांट ग्रूप के आसपास के गांवों में पंचायत सशक्तिकरण के प्रयास में जुटी सीएसआर टीम के नेतृत्व में आये पंचायत प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान कंपनी के वरीय सीएसआर अधिकारी श्री एसके सिन्हा ने भी ग्रामीण विकास संबंधी गतिविधियों की जानकारी देते हुए पंचायतों की विशिष्ट भूमिका पर प्रशिक्षण दिया। 18 से 20 मार्च के प्रशिक्षण में धनबाद एवं सरायकेला खरसावां जिले के पंचायत प्रतिनिधियों एवं एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ ही कई प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी भी शामिल हुए। 14 से 16 मार्च के प्रशिक्षण में रांची जिले के प्रशिक्षणार्थी शामिल थे।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिनिधियों ने राज्य के ग्रामीण विकास में अपनी भूमिका कारगर करने के लिए ऐसे प्रशिक्षण को बेीद जरूरी बताया।
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