Saturday, 2 February 2013

पूर्वी सिंहभूम : पतियों की सक्रियता का विरोध

जिला परिषद सदस्यों के विरोध से उपस्थिति रुकी

मनीष सिन्हा

पूर्वी सिंहभूम में जिला परिषद संचालन का अधिकार महिलाओं को दिया गया है, लेकिन इसमें पति का हस्तक्षेप रहता है. इसके अनेकों मामले सामने आये हैं. अब जिला परिषद सदस्य भी खुले तौर पर इसका विरोध करने लगे हैं. सदस्यों ने अध्यक्ष सोनिया सामंत और उपाध्यक्ष अनिता देवी के पतियों के हस्तक्षेप का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि योजनाओं को चिह्न्ति करने, बीआरजीएफ योजनाओं की ठेकेदारी देने और संविदा के आधार पर नियुक्ति से लेकर हर कार्य में पतियों की ही चलती है. जिप अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के नहीं रहने पर भी ये लोग न सिर्फ जिला परिषद के ऑफिस में आकर बैठते हैं बल्कि अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के चैंबर का भी प्रयोग करते हैं. किसी तरह की बात करनी होती है तो अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के स्थान पर उनके पति ही बात करते हैं. पूर्व में कमेटी की बैठक में भी पति की उपस्थिति होती थी और पतियों की उपस्थिति के प्रमाण भी उजागर हुए. सदस्यों के विरोध के बाद बैठक में उनकी उपस्थिति बंद हुई. जिला स्तरीय सामान्य बैठक में भी पतियों के हस्तक्षेप का खुला विरोध सदस्य करने लगे हैं. नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ जिप सदस्यों ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कोई निर्णय नहीं ले पाती हैं. उनके स्थान पर उनके पति निर्णय लेते हैं. योजनाओं का चयन भी वे लोग ही करते हैं.
साभार- पंचायतनामा, 28.01.13

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