Sunday 12 May 2013

भ्रष्टाचारमुक्त विकास के लिए सत्ता का विकेंद्रीकरण जरूरी


18 Nov 2011 Dainik Jagran

रांची : गांव के समुचित और भ्रष्टाचारमुक्त द्रुत विकास के लिए सत्ता का विकेंद्रीकरण शीघ्र किया जाना चाहिए। उक्त बातें पंचायती राज दिवस पर मोरहाबादी मैदान में सत्याग्रह धरना के दौरान विभिन्न जिलों से आए पंचायत प्रतिनिधियों ने कही। रविवार को ग्राम स्वराज्य मंच की ओर से आयोजित धरने को संबोधित करते हुए विकास भारती के सचिव अशोक भगत ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग ग्रामीणों को अधिकार से वंचित रखना चाहते हैं। सत्ता का विकेंद्रीकरण जरूरी है, तभी ग्राम पंचायत सशक्त होगा। भ्रष्टाचार की लड़ाई सिर्फ शहरों तक सिमित नहीं होनी चाहिए, इसे गांव में भी हमें लड़ना होगा। तभी गांधी के सपनों को हम साकार कर पाएंगे। ग्राम स्वराज्य मंच के संयोजक महेंद्र भगत ने कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव गत दस वर्षो के हमारे संघर्ष का परिणाम है। यह संघर्ष ग्राम सभा को संपूर्ण अधिकार दिलाने एवं पानी के स्थाई समाधान होने तक जारी रहेगा। इसके पूर्व अशोक भगत के नेतृत्व में आरोग्य भवन-1 से सत्याग्रह मार्च पूर्वाह्न करीब 9 बजे शुरु होकर मोरहाबादी मैदान पहुंचा। बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों से आये पंचायत प्रतिनिधि महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गए। भालभूमगढ़ की प्रखंड प्रमुख लीला सिंह ने ग्राम पंचायतों द्वारा संस्कृति को सुरक्षित रखने पर विशेष बल दिया गया। सभा को दयाली सिंह खेरवार, विष्णु राजगढि़या, अनुज सिन्हा, गणेश रेड्डी, भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक जेपी महापात्रा आदि ने भी संबोधित किया।

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